ये रास्ते भी जिद्दी हैं ,
ये मंजिले भी ज़िद्दी हैं,
देखते हैं आगे क्या होगा,
क्योंकि मरे हौसले भी ज़िद्दी हैं
इंसान की फितरत यही है दोस्तों,
वो चीज़ों की कदर सिर्फ दो ही बार करता है,
एक उसके मिलने के पहले,
और दूसरा खोने के बाद।
मंज़िले मिले न मिले
ये तो किस्मत की बात है,
पर हम कोशिश भी ना करे
ये तो गलत बात है"
किसी के पैरों में गिरकर
कामयाबी पाने से तो अच्छा है
अपने पैरों पर चलकर
कुछ बनने की ठान लो
कभी हार मत मानो
हमेशा धैर्य रखो
क्यूंकि बड़ा काम और बड़ा नाम
हासिल करने में समय लगता है